Sunday, September 8, 2024
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धानुटोला मंदीर परिसर में कड़ी सुरक्षा

बाघिन की हलचल से रोजगारी के वांदे
श्रद्धालु तथा पर्यटकों के आवागमन पर रोक
गोंंदिया : गोरेगांव वन विभाग द्वारा बाघिन की सुरक्षा के लिए हर तरह के प्रयास जारी हैं. प्रतिदिन बाघिन का लोकेशन बदल रहा है. बदलते हुए लोकेशन के आधार पर वन कर्मियों को तैनात किया जा रहा है. 31 मई को बाघिन की ताजा लोकेशन धानुटोला मंदिर परिसर बताई जा रहा है. जिसमें उस बाघिन को पांगडी तालाब के इर्द-गिर्द ही देखा जा रहा है. यहां किसानो को खेत परिसर में जाने से मनाई है. साथ ही जंगलों के इर्द-गिर्द चल रहे सभी निर्माण कार्य बंद कर दिए हैं. जिसमें मजदूर वर्गों की रोजगारी के वांदे आ गए हैं. वहीं मंदिर में आने वाले श्रद्धालु तथा पर्यटकों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है. साथ ही तालाब की ओर जाने वाली सभी मार्ग बंद कर दिए गए हैं.
गौरतलब है कि नागझिरा अभ्यारण नवेगांव जंगल क्षेत्र में 20 मई को राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उपस्थिति में दो बाघिनों को छोड़ा गया था. जिसमें से एक बाघिन आज भी नागझिरा के मुरपार क्षेत्र में है तो वहीं दूसरी बाधिन भटक कर गोरेगांव वन क्षेत्र के सबसे घने जंगलों में से एक पांगडी, धानुटोला जंगल क्षेत्र में पहुंच गई है. यहां वन विभाग बाघिन के साथ साथ नागरिकों को भी सुरक्षा दे रहा है. तालाब परिसर में आने वाले सभी मार्गों पर कड़ी सुरक्षा के इंतजाम दिखाई दे रहे हैं. गोरेगांव – गोंदिया वन विभाग के अलावा नवेगांव नागझिरा से भी मदद ली जा रही है. जिसमें धानुटोला शिव मंदिर वन कर्मियों से छावनी में तब्दील हो गया है. मंदिर के इर्द-गिर्द घूमने फिरने को साफ मनाई है. जिसमें श्रद्धालु, पर्यटक भी निराश लौट रहे हैं. तहसील के गोंधेखारी, सोनेगांव, शहारवानी, पांगडी, धानुटोला जैसे जंगल से लगे गांवों में नागरिक भयभीत हैं. जिसमें कुछ दिन और सतर्कता बरतने की अपील वन विभाग द्वारा की जा रहा है. परंतु, रोजमर्रा जिंदगी जिने वाले मजदूर वर्गों के लिए रोजगारी के वांदे आ रहे हैं. ऐसे में गोरेगांव/गोंदिया वन विभाग बाघिन को नागझिरा प्रकल्प में लाने के भरपूर प्रयास कर रही है. जिसमें गोरेगांव वन विभाग समेत नागझिरा, नवेगांव, गोंदिया वन विभाग की पूरी टीम पांगडी वन परिसर में जुटी हुई है. उल्लेखनीय है कि पांगडी, धानुटोला क्षेत्र में प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है. ऐसे में 30 मई से क्षेत्र में पर्यटकों के आवागमन पर लगभग पूरी तरह रोक लगा दी गई हैं. ऐसे में पूरे क्षेत्र में वीरानी छाई हुई है. वन विभाग द्वारा इस जंगल परिसर से लगे सभी गांवों को सतर्क कर दिया गया है. क्षेत्र में बाघिन की हलचल नजर आने पर वन विभाग को जानकारी देने की अपील वन विभाग द्वारा की गई है.

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