चार कक्षाओं का बोझ एक शिक्षक पर
गोंदिया. एक ओर शिक्षा विभाग शाला बाह्य विद्यार्थियों की खोज कर स्कूलों में प्रवेश देने का अभियान चला रही हैं तो वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को ही पढ़ाने के लिए शालाओं में शिक्षकों का अभाव देखा जा रहा है. इसका ही उदाहरण है गोंदिया जिला परिषद के 178 स्कूलों में कक्षा चौथी तक पढ़ाने के लिए केवल एक-एक शिक्षक नियुक्त है. जिसमें आमगांव तहसील में 8, अर्जुनी मोरगांव तहसील में 22, देवरी तहसील में 46, गोंदिया तहसील में 11, गोरेगांव तहसील में 16, सड़क अर्जुनी तहसील में 18, सालेकसा तहसील में 32 व तिरोड़ा तहसील में 25 स्कूलों का समावेश है. यह जानकारी शिक्षा विभाग की ओर से दी गई है. ऐसे में एक शिक्षक पर चार कक्षाओं का बोझ होने से सभी विद्यार्थियों को एक साथ पढ़ाना शिक्षकों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं हैं. जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि जिला परिषद स्कूलों का शिक्षा का स्तर कितना अच्छा होगा. लेकिन इसका नुकसान शिक्षकों को नहीं तो विद्यार्थियों को सहन करना पड़ रहा हैं. शिक्षकों की कमी के कारण जिला परिषद स्कूलों के विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में आ चुका हैं. इधर, जिला परिषद स्कूलों की पट संख्या कम होकर कई शालाएं बंद होने की कगार पर हैं.
178 जिप शालाओं में एक-एक शिक्षक
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