कर टालने के लिए आंतरिक रास्तों का उपयोग
गोंदिया. महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ राज्य के अंतिम छोर पर सालेकसा तहसील के सीमावर्ती क्षेत्र से ओवरलोड भारी वाहनों और अवैध मालवाहकों से करोड़ों रु. के राजस्व की हानि हो रही है और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. यह तब तक जारी रहेगा जब तक इन भारी वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती. मांग की जा रही है कि राजस्व विभाग, परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन इस ओर ध्यान दें.
सालेकसा-डोंगरगढ़ मार्ग महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्यों को जोड़ने वाला मार्ग है. इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों वाहनों का आना-जाना लगा रहता है. प्रतिदिन छत्तीसगढ़ राज्य से भारी वाहन, ओवरलोडेड ट्रक, मोटरसाइकिल व छोटे वाहनों के लिए बने मार्ग से बिना किसी मंजूरी के महाराष्ट्र सीमा में प्रवेश करते हैं और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर रातों-रात माल ट्रांसफर कर अपने राज्य के लिए निकल जाते हैं. जिससे सरकार को प्रतिदिन लाखों रु. के राजस्व का नुकसान हो रहा है. इस सड़क पर न तो सीसीटीवी कैमरे हैं और न ही कोई जांच चौकी, इसका फायदा उठाकर अवैध वाहन रोजाना दौड़ते हैं. लेकिन महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ तक चलने वाले भारी वाहनों को बड़ी मात्रा में राजस्व देना पड़ता है. संबंधित व्यापारी और मालिक अपना राजनीतिक प्रभाव और दबाव डालकर छत्तीसगढ़ से माल यहां लाते हैं. ऐसा ही कुछ मोटरसाइकिलों, चौपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों के जरिए भी चल रही है. ऐसे वाहनों पर नंबर नहीं होते. इस वजह से अगर कोई बड़ा हादसा हो जाए तो इसकी जानकारी किसी को नहीं होती. अपने लाभ के लिए अपने वाहन में अपनी क्षमता से दोगुना माल लाद देते है.
अंधेरे का फायदा उठा रहे ट्रक चालक
RELATED ARTICLES