अरहर की फसल के साथ धान की फसल पानी में डूबी
गोंदिया : सड़क अर्जुनी तहसील में राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर काम कर रही एक कंपनी के काम की धीमी गति से जहां राहगीरों को परेशानी हो रही है, वहीं अब क्षेत्र के किसानों को भी कंपनी की लापरवाही के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है. सड़क निर्माण के दौरान उक्त कंपनी द्वारा पहाड़ी से पानी निकासी के लिए पाइप उपलब्ध नहीं कराए जाने से पहाड़ी का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवपायली गांव के किसान मोहन तावाड़े के खेत में घुस गया. इसलिए उनकी खेती तालाब बन गई है. किसान तावड़े की 3 एकड़ अरहर की फसल और 5 एकड़ धान के खेत पानी में डूब गए हैं और उन्हें भारी नुकसान हुआ है.
राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 53 सड़क अर्जुनी तहसील से होकर गुजरती है और इस सड़क का निर्माण एक कंपनी द्वारा किया जा रहा है. इस कंपनी के लापरवाही के कारण सड़कों की हालत खराब है और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. जिससे क्षेत्र के नागरिकों व वाहन चालकों को परेशानी हुई है. लेकिन नागरिकों ने कई बार कंपनी के अधिकारियों से चर्चा कर समस्या का समाधान करने की मांग की है. लेकिन कंपनी के अधिकारी अनदेखी कर अपनी मनमर्जी से काम करते रहे. पिछले दो दिनों से तहसील सहित जिले में रिमझिम बारिश शुरू है. 15 जुलाई की रात हुई भारी बारिश के कारण सभी नदियां और नाले उफान पर हैं और तालाबों में पानी का स्तर बढ़ गया है. पानी निकलने के लिए रास्ता नहीं है क्योंकि अग्रवाल कंपनी ने पहाड़ी से बहने वाले पानी के स्थान पर पाइप नहीं लगाया है. पहाड़ी पर बारिश के पानी को रास्ता नहीं मिलने के कारण पूरा पानी किसानों के खेतों में घुस गया है. जिससे खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं. इसमें उनके तीन एकड़ खेत में लगी अरहर की खेती को नुकसान हुआ है. वहीं पांच एकड़ खेत की धान की फसल भी पानी में डूब गई है. जिससे किसान तावाड़े को काफी नुकसान हुआ है और मांग है कि उक्त कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता दी जाए.
अग्रवाल कंपनी की लापरवाही के कारण मेरे खेत में लगी तीन एकड़ अरहर और पांच एकड़ धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. कंपनी को मुआवजा देना चाहिए. अन्यथा वे हाईवे पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
मोहन तावाड़े, किसान
यदि समय मिला तो नाली का निर्माण कराकर बनवा दिया जाएगा. अगर खेत में पानी घुस गया तो हम क्या करेंगे?
डी.पी.एम. प्रधान, अग्रवाल कंपनी