पूरी सड़क कीचड़ से सनी : दोपहिया वाहन चालकों की कसरत
गोंदिया. आमगांव तहसील के दहेगांव से चिरचालबांध तक की सड़क पर जगह-जगह गड्ढें हो गए है. अब यह सड़क फिर से पूरी कीचड़ से पट गई है. जिससे इस मार्ग पर प्रतिदिन औसतन पांच दुर्घटनाएं हो रही हैं. दोपहिया वाहनों के गिरने की दर सबसे अधिक है.
चिरचलाबांध गांव काले पत्थर के लिए प्रसिद्ध है. यहां 15 से अधिक स्टोन क्रशर मशीनें हैं. जिससे उत्पादित गिट्टी के टिपर दिन-रात आते-जाते रहते हैं. तेज गति और भारी यातायात के कारण चिरचालबांध से सितेपार, चिरचालबांध से शिवनी और चिरचालबांध से दहेगांव तक कोई भी सड़क सुरक्षित नहीं है. सभी सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. डामर की सड़क ही बजरी बन गई है. जबकि टिप्पर चिरचालबांध की गिट्टी और दहेगांव से मैग्नीशियम खदान से कच्चा मैग्नीशियम लेकर चलते हैं. परिणामस्वरूप यह हुआ कि सड़क काफी जर्जर हो गई. दहेगांव से चिरचलाबांध तक की पांच किलोमीटर सड़क पूरी तरह कीचड़ से सनी हुई है. कीचड़ के कारण दोपहिया वाहन फिसल जाते हैं और मोटरसाइकिल सवार घायल हो जाते हैं. प्रतिदिन पांच से छह दुर्घटनाएं हो रही हैं. लेकिन प्रशासन इस ओर अनदेखी कर रहा है. इस मार्ग का कीचड़ साफ कर गड्ढें भरें जाने की मांग नागरिक कर रहे हैं.
चिरचालबांध मार्ग पर प्रतिदिन 5 दुर्घटनाएं
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