नक्सल प्रभावित नागनडोह के घने जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान मिला सोता हुआ
गोंदिया। 26 जनवरी 74वें गणतंत्र दिवस के अनुरूप गोंदिया जिले के संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोकने के लिए गोंदिया के पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर के आदेश पर नक्सल विरोधी अभियान हेतु सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
इस सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस की सी-60 मलखम्बे दस्ते को एसडीपीओ देवरी संकेत देवलेकर व नवेगांवबांध पुलिस स्टेशन के अधिकारी, कर्मचारियों के मार्गदर्शन में नागनडोह वन क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा था।
इस सर्च मिशन के दौरान नागनडोह के घने जंगल में दस्ते को करीब तीन-चार दिनों से भूखा-प्यासा एक दिव्यांग व्यक्ति सोता मिला। घने जंगल में इस व्यक्ति के मिलने से नक्सल के संदर्भ में एसओपी के अनुसार सभी पूछताछ और अवलोकन करने के बाद जब उससे कुछ पूछताछ करने का प्रयास किया गया तो वह बोल नहीं सका क्योंकि उसके पेट में अनाज का कतरा तक नहीं था। दस्ते ने सबसे पूर्व उक्त विकलांग व्यक्ति को पहले नाश्ता और खाना दिया। जब उसे अच्छा लगा तो उसे विश्वास में लेकर उससे पूछताछ की तो वह बड़बड़ाने लगा।
इसके बाद पुलिस के सी-60 दस्ते से छुट्टी पर होने से अमलदार पोना / 1644 धारगावे व पो.हवा./ 1100 ताराम को बांस काटने वाले मजदूर के रूप में जंगल में बुलाया गया और उक्त विकलांग व्यक्ति की पूरी जानकारी ली गई.
विकलांग व्यक्ति के रिश्तेदार कोमल घरडे नाम के उसके भतीजे से संपर्क किया गया और विकलांग व्यक्ति को उसके हवाले कर दिया गया।
उक्त विकलांग व्यक्ति का नाम भीमराव घरडे निवासी कोटरा (बिजेपार) तालुका सालेक्सा बताया गया। और सूचना मिली उसकी सालेक्सा में गुमशुदगी की रिपोर्ट है।
यहां विशेष रूप से उल्लेखनीय यह है कि उक्त विकलांग व्यक्ति नागनडोह जैसे वन क्षेत्र में बिना भोजन पानी के कमजोर स्थिति में टीम को दिखाई देने और समय पर सी-60 दस्ते द्वारा भोजन पानी देकर उसे जीवन का आधार देने का सरहानीय कार्य किया गया।
पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक बांकर ने सी.60 मलखम्बे पथक के पुलिस सब इंस्पेक्टर चंद्रशेखर मोरखंडे और सी.60 मालखंबे स्क्वाड के सभी पुलिस अधिकारियों को उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सराहना और बधाई दी।