गोंदिया. पिछले कुछ महीनों से शहर में गंदगी चरम पर है. बहुजन समाज पार्टी ने एक ज्ञापन में मुख्य कार्यकारी अधिकारी को चेतावनी दी कि 10 दिनों के अंदर शहर की सड़कों और नालियों की सफाई कराई जाए, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा.
गोंदिया नगर परिषद की स्थापना हुए सौ वर्ष से अधिक समय बीत चुका है. लेकिन नगर परिषद के पास अपना डंपिंग यार्ड नहीं है. कचरा व्यवस्थापन प्रकल्प नहीं. इसलिए शहर का कचरा उठाकर कहीं भी फेंक दिया जाता है. लेकिन अब हिरडामाली के नागरिकों ने भी कचरा डालने का विरोध किया है. इसलिए नगर परिषद ने नियमित कूड़ा उठान बंद कर दिया. परिणामस्वरूप यह हुआ कि पूरे शहर में कूड़े का अंबार लग गया. कूड़े से दुर्गंध आने लगी है और मच्छरों की संख्या भी बढ़ गई है. डेंगू, सर्दी बुखार के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है. पूरे शहर के नागरिकों की जान खतरे में है. इसलिए शहर में कूड़ा-कचरा तुरंत उठवाया जाए और नालियों, सड़कों व जमा कूड़े-कचरे को हटाए, अन्यथा 10 दिन बाद नगर परिषद के सामने आंदोलन किया जाएंगा, ऐसी चेतावनी बहुजन समाज पार्टी की ओर से दी गई है. प्रतिनिधिमंडल में बसपा जिला उपाध्यक्ष छोटू बोरकर, प्रदेश सचिव पंकज वासनिक, उत्तम मेश्राम, नरेंद्र मेश्राम, कमलेश शेंडे, पंकज नागदेवे, सचिन गणवीर, ज्योत्सना मेश्राम, सुनील डोंगरे, सुनील भौतिक, संदीप मेश्राम, दीपक वहाने, विपूल उके उपस्थित थे.
शहर की सफाई के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम
RELATED ARTICLES