गोंदिया के बुकियों के नाम सामने आने की आशंका !
गोंदिया. रायपुर से फरार बुकी नवीन बत्रा गोवा के एक होटल से गिरफ्तार हुआ. महादेव ऐप का बड़ा बुकी है नवीन बत्रा, जिसके तार गोंदिया से भी जुड़े होने की बात सामने आ रही है. महादेव रेड्डी अन्ना आईडी के पैनल चलता है नवीन बत्रा, पूछताछ में सामने आ सकते है बड़े बुकीयों के नाम. पुलिस अफसरों ने बताया कि महावीरनगर निवासी नवीन बत्रा बड़ा बुकी है. उसके कनेक्शन देश और विदेश के बड़े खाइवाल से जुड़े निकले हैं. वह छोटे सटोरियों को 10-10 लाख रु. में आइडी व लाइन बेचता था. वह खुद भी पांच लाख से ऊपर का दांव लेता था. नवीन के गुर्गे यहां कमीशन लेकर गरीबों के नाम से बैंक खाता खुलवाते थे और उसी खाते में सट्टा के पैसों का ट्रांजेक्शन होता था. पुलिस का दावा है कि सट्टे के खेल से जुड़े कई राज खुलने की उम्मीद है.
राजधानी का बड़ा खाईवाल नवीन बत्रा शुक्रवार को गोवा के एक फाइव स्टार होटल में पूरे गैंग के साथ पकड़ा गया. वह अपने गुर्गों के माध्यम से सट्टे का नेटवर्क चल रहा था. यहां पुलिस की निगाह में आने के बाद वह भाग निकला और गोवा के होटल में कमरे लेकर वहां से गिरोह ऑपरेट कर रहा था. उसके साथ दिल्ली, बिहार और जयपुर के खाईवाल भी पकड़े गए. पुलिस के पास कई बार आरोपी के खिलाफ शिकायत भी आई. लेकिन सख्त कार्रवाई नहीं हो हुई. इसलिए आरोपी अपना नेटवर्क फैलाता रहा. इस बार आरोपी के खिलाफ पुख्ता क्लू मिला. उसके बाद गिरफ्तार कर लिया.
8 आरोपी को पकड़ नहीं पाई पुलिस, मिली जमानत
सिविल लाइन और पंडरी पुलिस ने 5 अगस्त को शीमर्स क्लब के मालिक नितिन मोटवानी और उसके साथी सागर जैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उन्हें दो दिन बाद जमानत मिल गई. दोनों जेल से छूटने के बाद गायब है. पुलिस ने उनके साथी रायगढ़ के सानू बेरीवाल, करण अग्रवाल, दीपक भूटानी उर्फ सिंधी, एजाज उर्फ मन्नू के अलावा रायपुर नवीन बत्रा, अजय जैन और ओडिशा के फैजू को आरोपी बनाया है। नवीन की गिरफ्तारी हो गई. पुलिस आरोपियों की तलाश करती रही. उन्होंने कोर्ट से जमानत ले ली है. हालांकि खमतराई और गुढियारी के केस में भी इन आरोपियों का लिंक मिला है. उनकी तलाश जारी है. पुलिस अरुण अग्रवाल और अतुल अग्रवाल की भी तलाश कर रही है. ये बड़े खाइवाल हैं.
21 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी
गरीबों का दस्तावेज लेकर खाता खुलवाले वाले केस में पुलिस ने अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी की है. इसमें एक दर्जन लोगों की तलाश की जा रही है. पुलिस को 100 से ज्यादा फर्जी खाता मिला है, जो लोगों के नाम से खोल दिया गया. उन्हें पता ही नहीं था. इन खातों में सट्टा के पैसों का लेन-देन हो रहा है.