ऑनलाइन गेमिंग का मामला
गोंदिया. अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाज सोंटू जैन को शनिवार को न्याय दंडाधिकारी ने 27 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया. शनिवार को सोंटू की पुलिस हिरासत खत्म होने पर क्राइम ब्रांच ने उसे न्यायालय में पेश किया. क्राइम ब्रांच ने इस फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले की जांच के लिए अदालत से 9 दिनों की पुलिस हिरासत की मांग की थी. लेकिन न्यायालय ने सोंटू को 27 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत का आदेश दिया. अब 27 अक्टूबर तक हिरासत में मिलने के बाद पुलिस सोंटू से गहन पूछताछ करेगी.
सोंटू ने 16 अक्टूबर की दोपहर प्रथम श्रेणी न्यायदंडाधिकारी उके के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. सबसे पहले अपराध शाखा ने सोंटू को चौदह दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया था. लेकिन न्यायालय ने उसे 21 अक्टूबर तक हिरासत में रखने का आदेश दिया था. इसलिए शनिवार को हिरासत खत्म होने पर पुलिस ने सोंटू को न्यायालय में पेश किया और मामले की जांच के लिए उसे 9 दिनों की रिमांड पर देने का अनुरोध किया. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत से इनकार के बाद सोंटू के पास कोई विकल्प नहीं बचा था. इसलिए सोंटू ने प्रथम श्रेणी न्यायदंडाधिकारी की न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था. सोंटू ने फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप बनाकर देशभर के हजारों निवेशकों से सैकड़ों करोड़ की ठगी की है. सोंटू के पास सैकड़ों करोड़ की संपत्ति है और उसने इसे कई रिश्तेदारों, दोस्तों और नौकरों के नाम पर रखा है. साथ ही उसने करोड़ों की नकद भी कहीं छिपा रखी है. सोंटू ने नागपुर के चावल व्यापारी विक्रांत अग्रवाल से 58 करोड़ की ठगी की. जिसकी शिकायत होते ही सोंटू दुबई भाग गया. इस बीच पुलिस कार्रवाई में सोंटू के घर से 15 किलो सोना, 300 किलो चांदी और 18 करोड़ रु. की रकम जब्त की गई. साथ ही करीब 100 करोड़ की अन्य संपत्ति भी जब्त की. पुलिस सोंटू से गहन पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है.
सट्टेबाज सोंटू को 27 तक पुलिस हिरासत
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