कांग्रेसियों ने धरना स्थल पर आकर की नारेबाजी : पुलिस की मध्यस्थता से मामला सुलझा
गोंदिया, ब्यूरो. शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान के संस्थापक संभाजी भिड़े के बयान के खिलाफ कांग्रेस ने 31 जुलाई को शहर के गांधी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. इसी बीच संभाजी भिड़े समर्थकों ने मौके पर जाकर भिड़े के समर्थन में नारे लगाए. इस बीच मामला बढते देख पुलिस ने भिड़े समर्थकों को हिरासत में लिया और बाद में रिहा कर दिया.
महाराष्ट्र की राजनीति में शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान के प्रमुख संभाजी भिड़े के पूर्व नियोजित दौरे और उनके समर्थकों द्वारा आयोजित कार्यक्रम पिछले एक सप्ताह से जारी हैं. इसकी शुरुआत गोंदिया के जैन कुशल भवन में संभाजी भिड़े के कार्यक्रम से हुई. वे संभाजी भिड़े पर विदर्भ में हुई सभाओं में गलत इतिहास बताने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, महात्मा ज्योतिराव फुले, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान की निंदा की. कांग्रेस ने शहर के गांधी प्रतिमा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. इस समय संभाजी भिड़े के समर्थक वहा पर एकत्र हुए और कांग्रेस के आंदोलन का विरोध किया. इस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. शहर पुलिस ने भिड़े समर्थकों को गिरफ्तार कर थाने ले गई. बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.
तहसीलदार को ज्ञापन
संभाजी भिड़े बार-बार आपत्तिजनक बयान देकर राज्य और देश में सर्वधर्म सद्भाव और सद्भाव के माहौल को खराब करने का काम कर रहे हैं. 31 जुलाई को कांग्रेस ने जिला, तहसील और विभिन्न संगठनों के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि आपत्तिजनक बयानों के मामले में उन पर लगाम लगाई जाए और सख्त कार्रवाई की जाए. इसके बाद तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन दिया गया. जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप बंसोड़, महिला जिला अध्यक्ष वंदना काले, जहीर अहमद, एड. योगेश अग्रवाल, नीलम हलमारे, आलोक मोहंती, हरीश तुलसकर आदि उपस्थित थे.