रामनगर पुलिस की तत्परता से मिले नाबालिग युवक
गोंदिया. 19 अगस्त को शाम 4 बजे के दौरान शहर के न्यू लक्ष्मी नगर निवासी दो नाबालिग युवक चाइनीज़ नूडल्स खाने घर से बाहर निकले थे. लेकिन रात तक घर न लौटने पर रामनगर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. शिकायत की गंभीरता को देख रामनगर थाना पुलिस ने अपनी सुझबुझ, सायबर सेल की मदद तथा चंद्रपुर व बल्लारशाह पुलिस की मदद से महज ढाई घंटे में लापता नाबालिगों का सुराग लगाकर उन्हें सकुशल लाने में कामयाबी हासिल की.
बताया गया कि लापता दो नाबालिग लड़के 19 अगस्त की शाम 4 बजे घर से चाइनीज़ नूडल्स खाने निकले थे. जब देर शाम तक घर नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई. रात11 बजे तक कोई सुराग न लगने पर इसकी शिकायत रामनगर थाने में की गई. घटना की गंभीरता को देखते हुए रामनगर पुलिस निरीक्षक संदेश केंजले के आदेश पर मामला दर्ज कर अविलंब बच्चों की तलाश के लिए सहायक पुलिस निरीक्षक कुरसुंगे को इसकी जवाबदारी दी गई. पुलिस टीम ने रेलवे स्टेशन में तलाशी की. तलाशी के दौरान दोनों नाबालिग की साइकिल दिखाई दी. उससे यह समझ आया कि उक्त बच्चे ट्रेन से गए है. इसके बाद पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रेस की. लोकेशन से पता चला की यह बच्चे सेवाग्राम में हैं. पुलिस ने सेवाग्राम में फोन कर उनकी फोटो भेजी और उन्हें वहां ढूंढने को कहा, लेकिन वे वहां नहीं मिले. साइबर सेल द्वारा सभी ट्रेनों की टाइमिंग और लोकेशन की जानकारी मांगी गई. सायबर सेल के दीक्षित दमाहे को पता चला की यह लड़के रात में चल रही सिकंदराबाद ट्रैन से यात्रा कर रहे है. ट्रैन कुछ देर में चंद्रपुर पहुंचने वाली थी. ये खबर मिलते ही एपीआई कुरसुंगे ने चंद्रपुर सिटी से संपर्क किया और सिकंदराबाद ट्रेन की जांच करने के लिए कहा. वहां मौजूद सपोनी कोकोडे, कर्मचारी ने उस ट्रेन की जांच की. लेकिन ट्रेन केवल दो मिनट के लिए रुक रही थी. इसलिए पर्याप्त समय नहीं था और ट्रेन रवाना हो गई. उस समय तुरंत बल्लारशाह पुलिस स्टेशन से संपर्क किया. उन्हें फोटो भेजी और उक्त लड़को की तलाश करने की जानकारी दी. ड्यूटी पर तैनात महिला सपोनी राजुरकर ने स्टाफ के साथ बल्लारशाह रेलवे स्टेशन में ट्रेन की जांच की और दोनों नाबालिग को सकुशल नीचे उतारा. बच्चों से पूछने पर उन्होंने कहा कि वे आंध्र प्रदेश जा रहे थे. उक्त दोनों बच्चों को हिरासत में लेकर पुलिस स्टेशन बल्लारशाह लाया गया और बाल सुधार गृह में दाखिल कराया गया. रामनगर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुरसुंगे की तत्परता और साइबर सेल के दीक्षित दमाहे द्वारा प्रदान किए गए स्थान और बल्लारशा पुलिस स्टेशन की सपोनी राजुरकर के सहयोग के कारण उक्त बच्चों को समय पर मिलवाया गया. जिसके लिए नाबालिग बच्चों के माता-पिता ने बच्चों के मिलने पर पुलिस टीम का आभार माना.
ढाई घंटे में लगाया नाबलिगों का सुराग
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