Friday, October 18, 2024
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महाराष्ट्र में बचे सिर्फ 35 सारस

पक्षी प्रेमियों में बढ़ी चिंता : विशेष प्रयास की जरूरत
गोंदिया : सारस पक्षी की गणना गोंदिया, भंडारा व बालाघाट जिलें में की गई. पूरे महाराष्ट्र में सारस पक्षी गोंदिया और जिले के निकटवर्ती सीमावर्ती क्षेत्रों में पाया जाता है. तत्कालीन सारस गणना के अनुसार महाराष्ट्र राज्य में 35 सारस पक्षी पाए गए है. जो चिंता की बात है. सारस संरक्षण के लिए किसानों और गैर सरकारी संगठनों के साथ प्रशासनिक स्तर पर भी विशेष प्रयास की जरूरत है.
सारस पक्षी को प्रेम का प्रतिक तो माना ही जाता है, लेकिन यह पक्षी दुर्लभ पक्षी के श्रेणी में आता है. सारस की दुर्लभ प्रजाति होने से उनका संवर्धन करना जरूरी हो गया है. विदर्भ में सिर्फ गोंदिया जिले में ही सारस दिखाई देते है. लेकिन सारस पक्षियों के बाल मृत्यु की संख्या ने चिंता बढ़ा दी है. गोंदिया वन विभाग, सेवा संस्था तथा अन्य अशासकीय संस्थाओं के सक्रिय सहभाग से प्रतिवर्षानुसार इस बार भी गोंदिया जिले में 18 जून को सारस पक्षी गणना की गई. गोंदिया जिले में कुल 39 टीम सुबह 5 बजे 50-60 स्थानों पर गए और प्रत्येक स्थान पर वन विभाग के कर्मचारियों के साथ गणना की गई. डेटा की विश्वसनीयता और सारस की उपस्थिति पर संदेह न हो, इसके लिए 19 से 23 जून तक सारस के निवास स्थान पर गए और स्थिति की समीक्षा की. जिसमें खेतों, तालाबों, नदियों में जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत की. जिसमें कुल 35 सारस पाए गए, जिनमें से 31 गोंदिया जिले में और 4 भंडारा जिले में हैं. सारस गणना के पूरे अभियान को वन संरक्षक कुलराज सिंह, वन संरक्षक राहुल गवई, सहायक वन संरक्षक प्रदीप पाटिल, सहायक वन संरक्षक राजेंद्र सदगीर के मार्गदर्शन व सभी वन कर्मचारियों और अन्य स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग मिला.

बालाघाट जिले में 49 सारस
उत्तर प्रदेश के राजकीय पक्षी सारस की मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में 17 जून को 25 टीमों के द्वारा सारस की गणना का कार्य सुबह की भोर के साथ शुरू किया गया. बालाघाट जिला मुख्यालय की वैनगंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्र, बड़े तालाब, जलाशय, मुख्यतः सारस के रहवास वाले क्षेत्र सारस की गणना की गई. जिसमें 49 सारस पक्षी पाए गए.

सारस पक्षी व घोंसलो की संख्या
प्रतिवर्ष सारस पक्षियों की गणना पक्षी प्रेमियों तथा वन्यजीव व वन विभाग द्वारा की जाती है. 2020 में घोंसलों की संख्या 7 व सारस पक्षी की संख्या 45 थी. 2021 में घोंसलो की संख्या 6 व पक्षियों की संख्या 39, 2022 में घोंसलो की संख्या 3 व सारस पक्षियों संख्या 34 दर्ज की गई है.

घोंसलों की संख्या घटी
पिछले 3 वर्षों में देखा गया है कि सारस के घोंसलों की संख्या तेजी से घटी है. सारस के घोंसले के लिए आवश्यक आवास क्षेत्र कम हो रहा है. यह बहुत ही महत्वपूर्ण और गंभीर मामला है. आवास संरक्षण और पुनर्वास की तत्काल आवश्यकता है.

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