सुरक्षा उपायों की जांच की कोई व्यवस्था नहीं
गोंदिया. फिलहाल दिवाली के मौके पर बड़ी मात्रा में पटाखों की बिक्री हो रही है. लेकिन पटाखों का परिवहन करने वाले चालकों के पास सुरक्षा उपकरण हैं या नहीं और पटाखे कहां रखे गए हैं, इसकी जांच करने की कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है.
सार्वजनिक संपत्ति और नागरिकों के जीवन को खतरे में डालने से बचने के लिए पटाखा विक्रेताओं को सुरक्षा उपाय करने की आवश्यकता है. लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. दिवाली के मौके पर बड़ी संख्या में पटाखों की बिक्री होती है. इसके लिए आने वाले वाहन में कितने सुरक्षा उपाय अपनाए जाते हैं, इस पर ध्यान नहीं दिया जाता. अक्सर ये पटाखे मालवाहक वाहनों से आते हैं. पटाखों का परिवहन और भंडारण बेहद खतरनाक तरीके से किया जाता है. बिक्री के लिए लाए गए पटाखों का भंडारण शहरी क्षेत्रों, घरों में भी किया जाता है. इस खतरनाक मामले की ओर आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है. अब दिवाली के लिए पटाखे आने शुरू हो गए हैं. पटाखा विक्रेताओं को एक निश्चित अवधि के लिए पटाखे बेचने की अनुमति है. उसके लिए विधिवत अनुमति दी गई है. वह लाइसेंस निश्चित दिनों के लिए होता है. लेकिन कई लोग इस लाइसेंस का इस्तेमाल पूरे साल पटाखे बेचने के लिए करते देखे जाते हैं. गोंदिया शहर में साल भर पटाखे बिकते हैं. पटाखे कहां से आते हैं और कहां रखे जाते हैं, यह चिंता का विषय है. लेकिन अब तक किसी ने न तो इसकी जांच की और न ही इस पर गंभीरता से ध्यान दिया.
बारह महीने पटाखों की बिक्री
शहर में कुछ विक्रेता बारह महीने पटाखे बेचते हैं. बिना लाइसेंस के घर में पटाखों का भंडारण करने के मामले सामने आ रहे हैं. जन्मदिन हो या कोई राजनीतिक कार्यक्रम, जश्न मनाने के लिए पटाखे खरीदे जाते हैं.
क्या बिक्री की उचित अनुमति है?
गोंदिया शहर में दिवाली के मौके पर पटाखों की दुकानें लगती हैं. इन दुकानों को पटाखे बेचने की विधिवत अनुमति है. लेकिन ये आतिशबाजी केंद्र कितने निर्देशों और नियमों का पालन करते हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. गोंदिया शहर के नगर परिषद मैदान में पटाखे बेचे जाते हैं. दिवाली के बाद बचे हुए पटाखों का निपटान क्या है? क्या बचा हुआ स्टॉक शहरी इलाकों या किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर रखा गया है? किसी भी दुर्घटना की स्थिति में क्या उपाय किए जाने चाहिए, इस पर अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है.