गोंदिया. शासन की विविध योजनाओं का क्रियान्वयन करने के लिए सरपंचों को स्वयं कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते है, तब कहीं जाकर गांव के विकास को गति मिलती है लेकिन यह करते समय अधिकारियों व पदाधिकारियों में आपसी समन्वय होना आवश्यक है. समन्वय के बिना गांव का विकास करना असंभव है. ऐसा प्रतिपादन जिप अध्यक्ष पंकज रहांगडाले ने जलजीवन मिशन, जिला पानी व स्वच्छता विभाग तथा पंचायत विभाग जिला परिषद गोंदिया के तत्वावधान में ग्रीन लेंड लॉन में आयोजित जिला स्तरीय सरपंच परिषद, प्रशिक्षण व संकल्प मेले की अध्यक्षता करते हुए किया. उद्घाटन जिलाधीश चिन्मय गोतमारे के हस्ते हुआ. मार्गदर्शक के रूप में जिप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शीतल पुंड, जिप सभापति संजय टेंभरे, सविता पुराम, सड़क अर्जुनी पंस सभापति संगीता खोब्रागडे, मुनेश रहांगडाले (गोंदिया), मनोज बोपचे (गोरेगांव), कविता कोडापे (अर्जुनी मोरगांव), प्रमिला गणवीर (सालेकसा), राजेंद्र गौतम (आमगांव), अंबिका बंजार (देवरी), जिप गट नेता लायकराम भेंडारकर, आनंदा वाढिवा, जिप सदस्य डा. लक्ष्मण भगत, तुमेश्वरी बघेले, उषा मेंढे, छबु उके, शैलेष नंदेश्वर, पवन पटले, राधिका धरमगुडे, डा. भुपेश्वर पटले आदि उपस्थित थे. लोक सहभाग से ग्राम विकास विषय पर चंद्रपुर के चंदू पाटिल मारवरकर, मैa लोकसेवक विषय पर पूर्व सरपंच जीवन लंजे व आदर्श गांव विषय पर हेमकृष्ण संग्रामे ने मार्गदर्शन किया. जिलाधीश गोतमारे ने कहा कि मैं स्वयं शासन के नवोदय विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर प्रशासकीय अधिकारी बना हुं. इस अवसर पर संत गाडगे बाबा ग्राम स्वच्छता अभियान के अंतर्गत उत्कृष्ठ काम करने वाले तथा वर्ष 2020-21 व 2021-22 में जिला स्तर पर पुरस्कार प्राप्त तथा आर.आर. पाटिल विकास योजना में तहसील स्तर व जिला स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करने वाले ग्राम पंचायतों के पदाधिकारियों का सत्कार किया गया. संचालन गजभिए ने किया व आभार उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेश भांडारकर ने माना. सफलतार्थ ग्रामीण विकास यंत्रणा की प्रकल्प संचालक प्रमिला जाखलेकर के मार्गदर्शन में सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रयास किया.
रवी ठकरानी
प्रधान संपादक
9359328219