गुप्त धन के नाम पर बुजुर्ग से 7 लाख रु. लूटे
गोंदिया. एक वृद्ध व्यक्ति को गुप्त धन से करोड़पति बनने का सपना दिखाकर खुद लखपति बनने की चाहत पूरी करने वाले तांत्रिक के खिलाफ देवरी पुलिस ने अघोरी प्रथा निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. 80 साल के एक बुजुर्ग को गुप्त धन से करोड़पति बनने का लालच दिया गया और एक महीने में 7 लाख रु. लूट लिए गए. यह घटना देवरी तहसील के खुर्शीपार में घटित हुई.
देवरी तहसील के खुर्शीपार निवासी ज्ञानीराम सादाराम उके (80) घुटने के दर्द से पीड़ित थे और जब उसने अपने रिश्तेदारों से पूछा कि घुटने के दर्द से छुटकारा पाने के लिए उसे दवा कहां मिलेगी, तो रिश्तेदारों ने उसे इस तांत्रिक का नंबर दिया. रिश्तेदारों के माध्यम से उस तांत्रिक से जान-पहचान अच्छी हुई. ज्ञानीराम उके ने तांत्रिक से घुटने के दर्द की दवा ली. जिससे उसे राहत भी मिली. उसका विश्वास जीतने के बाद नागपुर जिले के काटोल निवासी आरोपी गोपाल वैद्य (55) ने उसे अपना वीजीटींग कार्ड भी दिया था. दवा लेने गए ज्ञानीराम उके को आरोपी ने आपके घर पर गुप्त धन है, वह तुझे निकाल कर देता हु, उसके लिए जादूटोणा करना पड़ेगा, इसके लिए वह अपने एक तांत्रिक दोस्त को लाएगा. उस पर विश्वास कर खुर्शीपार के ज्ञानीराम उके ने गुप्त धन निकालने की अनुमति दे दी. आरोपियों ने उससे 7 लाख रु. लूट लिए और गुप्त धन के नाम पर जमीन खोदकर विभिन्न प्रकार की पीतल की मूर्तियां निकालकर धोखाधड़ी की. इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 34 उपधारा 3 के तहत महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय और अघोरी प्रथाओं और जादू टोना रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच पुलिस निरीक्षक प्रवीण डांगे कर रहे हैं.
करोड़पति का सपना दिखाकर खुद बना लखपति
RELATED ARTICLES