गोंदिया – जिले की सालेकसा नगर पंचायत में दो वर्ष से नियमित मुख्याधिकारी नहीं हैं. नपं का पहला कार्यकाल 12 जनवरी को समाप्त हो गया है. जबकि पिछले 2 वर्ष से मुख्याधिकारी का प्रभार तहसीलदार को सौंपा गया है. लेकिन तहसीलदार पिछले डेढ़ माह से अवकाश पर है. इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. वर्ष 2015 में सालेकसा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत घोषित किया गया था. लेकिन नपं का क्षेत्र शहर से बाहर होने तथा सालेकसा मुख्यालय, मुख्य बाजार आमगांव खुर्द ग्रापं की सीमा में आने के कारण आमगांव खुर्द को शामिल करने की मांग की गई. यह प्रकरण सरकार व न्यायालय तक पहुंचा. लेकिन फैसला आने से पहले ही सालेकसा नपं के 2017 में चुनाव हुए और सत्ता का गठन भी हुआ. लेकिन आमगांव खुर्द के समावेश के लिए आंदोलन किया गया. अंत में सरकार द्वारा आमगांव खुर्द का नगर पंचायत में समावेश किया गया. लेकिन प्रतिनिधित्व नही दिया. नए सिरे से चुनाव करवाकर संयुक्त नपं सत्ता गठन की मांग की गई जिसे सरकार ने पूर्ण नहीं किया. मुख्याधिकारी के अभाव में नपं का प्रभार कभी दूसरी तहसील के मुख्याधिकारी या फिर तहसीलदार को दिया जाता है. ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि कार्यकाल खत्म होने वाली नपं के चुनाव होंगे. लेकिन चुनाव कराने से पहले आमगांव खुर्द का विलय कर नया वार्ड बनाने की प्रक्रिया अब तक नहीं हो पाई है. सरकार द्वारा नपं का चुनाव कब कराया जाएगा यह भी स्पष्ट नहीं है.
रवी ठकरानी
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