गोंदिया: मातृ स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाली गोंदिया की आशा सेविका गीता चोपराम भेंडारकर एवं स्वास्थ्य सेविका पंचफुला राणे ने राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किया है. दोनों कर्मचारियों को 14 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय मातृत्व स्वास्थ्य कार्यशाला में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.भारती पवार के हाथों सम्मानित किया गया.
आशा सेविका एवं स्वास्थ्य सेविका द्वारा माता मृत्यु दर को कम करने और प्रसूति के दौरान प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने में सराहनीय योगदान दिया है. आशा सेविका एवं स्वास्थ्य सेविका जिले के डव्वा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत हैं. राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर जिले का नाम गौरवान्वित किया है. दोनों कर्मचारियों की जिले में सराहना की जा रही है.
देश में माता मृत्यु दर के मामले में महाराष्ट्र केरल के बाद दूसरे स्थान पर है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.नितीन वानखेड़े ने बताया कि दोनों कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग की जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, मातृत्व अनुदान योजना, मानव विकास कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना आदि योजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया है. उनके सराहनीय कार्यों के लिए पुरस्कृत भी किया गया है.
राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.तानाजी सावंत ने भी दोनों कर्मचारियों को बधाई दी है. स्वास्थ्य सेवा संचालक डॉ.नितीन आंबेडकर, सहसंचालक डॉ.भोये ने भी उनकी सराहना की है.