सालेकसा : एक अत्यंत गरीब परिवार की मृतक मीराबाई सुभाष नेवारे के अंतिम संस्कार के लिए सालेकसा व अन्य जगह के लोग एकत्रित होकर अंतिम संस्कार किया. एक हाथ मदद का उपक्रम के अंतर्गत लोगों ने खुले दिल से मृतक के अंतिम संस्कार में सहयोग किया. सालेकसा नगर पंचायत अंतर्गत आनेवाले सिंगलटोली निवासी मीराबाई नेवारे की आर्थिक स्थिति बेहद ही कमजोर थी. वह पिछले काफी दिनों से बीमारी से लड़ रही थी और अंत में 24 जून को सुबह 11 बजे मीराबाई नेवारे ने अंतिम सांस ली. मीराबाई के अंतिम संस्कार विधि के लिए सालेकसा निवासी समाजसेवी सुनील असाटी, संतोष कवरे, बबलू आंबेडारे, राकेश रोकड़े ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को अपील की और लोगों ने कुछ घंटों के अंदर ही मीराबाई के अंतिम संस्कार के लिए खुले मनसे सहयोग किया. मीराबाई के पीछे पति, दो बेटे और एक बेटी है.
मृतक परिवार के लिए आर्थिक रूप से मदद करने के लिए बंडू वाघाडे, सुरेश वाघाडे, गुणीलाल राऊत, अखिल सय्यद, रोशन शहारे, वंदनाताई मेश्राम, डा. शैलेश भसे, राजू गुप्ता, संदीप राऊत, दिनेश बिहाडे, गणेश कवरे, कैलास गजभिये, साई बंडीवार, ब्रजभूषण सहारे, सौरभ पांडे, नितेश वरखडे, दिलीप तिवारी, भास्कर शिवणकर, विजय फुंडे, गौरव पांडे, अर्जुन सूर्यवंशी, प्रिन्स असाटी, मनीष असाटी, सतिश येटरे, आदित्य शर्मा, कमलेश साठवने, सुनील तिरपुडे, बबलू भाटिया, डा. विकास डोये, मनोज मडावी, आदित्य दोनोडे, मुस्ताक अन्सारी, जितेंद्र बल्हारे, कैलास नेवारे, विमल कटरे, तुषार भागवत, सतीश अग्रवाल, मुरलीधर कावड़े, संगीता चौरे, ओमप्रकाश ठाकरे, रितेश अग्निहोत्री, राजू सूर्यवंशी, विक्की भाटिया, डा. भूपेश भलावी, राजू ठाकरे, कांचन गोलीवार, अजय डोये, विनोद डोये ने अपना योगदान दिया.
मृतक मीराबाई के अंतिम संस्कार के लिए दौड़ आए लोग
RELATED ARTICLES