पैसों का लालच देकर विधवा को दिया धोखा
गोंदिया. शिक्षक को आज समाज को दिशा देने वाले व्यक्ति के रूप में देखा जाता है. लेकिन शिक्षकों के पवित्र पेशे में विश्वास रखने वाले लोगों का विश्वास उठने लगा है. खुद को शिक्षिका बताने वाली महिला द्वारा विधवा से 30 हजार 700 रु. लूटने की घटना 2 अक्टूबर को दोपहर 1 से 2 बजे के आसपास सालेकसा के बस स्टैंड पर घटित हुई.
सालेकसा तहसील के सुकाटोला की विधवा सुशीला मेहतरलाल रहांगडाले (55) 1 अक्टूबर को अपनी बहू से मिलने वडद गई थीं. रात को आराम के बाद वह अपनी बहू के साथ आमगांव आ गई. उनकी बहू डाक्टर से जांच के लिए गोंदिया गई थी, जबकि सुशीला आमगांव से सालेकसा जाने वाली बस से सालेकसा गई थी. 2 अक्टूबर को दोपहर करीब 1 बजे सालेकसा बस स्टैंड पर सुकाटोला जाने के लिए बस का इंतजार करते समय सुशीला बैठी थी, तभी नीली साड़ी पहने एक महिला उसके पास आई और उससे बात करने लगी. इस बातचीत में उसने सुशीला को यह भी बताया कि आपका बेटा मुझे यह कहकर जानता है कि वह पिपरिया स्कूल में टीचर है. सुशीला ने उसपर विश्वास किया. इसी चर्चा में शिक्षिका बनकर आई महिला ने उससे 30 हजार 700 रु. ठग लिए. इस घटना के संबंध में सालेकसा पुलिस ने आईपीसी की धारा 417, 420 के तहत मामला दर्ज किया है. जांच सहायक पुलिस निरीक्षक अरविंद राऊत कर रहे हैं.
शिक्षिका बताकर 30 हजार से ठगी
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