तिरोड़ा तहसील के नवेझरी का मामला
गोंदिया : जिला विपणन अधिकारी कार्यालय ने तिरोड़ा तहसील में पांडव सहकारी विपणन राईस मिल के तहत सरकार समर्थित धान खरीद केंद्र में खरीदे गए धान के शिपमेंट का आदेश दिया. चंद्रपुर जिले के मूल तहसील में हिमालय एग्रो फूड इंडस्ट्री को धान दिया गया. धान उठाने के लिए डीओ भी हिमालय एग्रो फूड को दिए गए थे. हिमालया एग्रो ने 14 मई को पांडव सहकारी विपणन राईस मिल के तहत नवेझरी गांव में सरकार समर्थित धान खरीद केंद्र से धान के दो ट्रक लोड किए. करीब 40 किलो वजन के धान के 1400 कट्टे दिए गए. हिमालय एग्रो इंडस्ट्री को जिला विपणन कार्यालय द्वारा 200 रु. प्रति क्विंटल की दर से लगभग 560 क्विंटल धान के लिए 1 लाख 12 हजार रु. का परिवहन शुल्क दिया गया. लेकिन हिमालय एग्रो इंडस्ट्री मूल ने नवेझरी से उठाए गए धान को भंडारा जिले के जवाहर नगर थाना अंतर्गत चिखली के पास श्री साईनाथ एग्रो इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड को अपने फायदे के लिए झूठा बिल बनाकर बेच दिया. इसके लिए लाखनी तहसील के संदीप ट्रांसपोर्ट से इस धान को नवेझरी गांव से भंडारा जिले के चिखली के पास श्री साई नाथ एग्री इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड तक पहुंचाने का करार किया गया. यह सरकारी धान ट्रक क्र. एमएच 49 – एटी 9835 और एमएच 49 – एटी 5035 के माध्यम से श्री साई नाथ एग्री इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड को पहुंचाया गया. दोनों ट्रकों को राइस मिल के अंदर ले जाया गया. ट्रक एमएच 49 – एटी 5035 में धान के लगभग 700 कट्टों में से 138 कट्टों को राइस मिल में पलटा दिया गया और 21 कट्टे नीचे रखे गए. इसकी जानकारी पहले से ही होने से पुलिस ने नवेझरी से ही ट्रकों पर नजर रखी थी. राइस मिल में धान खाली करते समय पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया. श्री साई नाथ एग्रो इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि धान एक निजी व्यवसायी से खरीदा गया था. उन्होंने इस बात का जवाब नहीं दिया कि उन्होंने सरकारी धान कैसे खरीदा. लिहाजा पुलिस ने धान समेत दोनों ट्रकों को थाने में जमा करा दिया. इस संबंध में जांच चल रही है और गोंदिया जिला विपणन अधिकारी कार्यालय इस बात की जांच कर रहा है कि धान नवेझरी धान खरीद केंद्र से लिया गया था या नहीं.
तिरोड़ा तहसील के नवेजरी से धान की जानकारी हम तक पहुंची है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
विवेक इंगले, जिला विपणन अधिकारी