नागपुर । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को सहायक श्रम आयुक्त (केंद्रीय) विनय कुमार जायसवाल को 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। केंद्र सरकार के पीएसयू (सार्वजनिक उपक्रम) से रिटायर हुए दो शिकायतकर्ताआें के ग्रैच्युटी का मामला केंद्रीय श्रम आयुक्तालय में विचाराधीन था। सहायक श्रम आयुक्त विनय कुमार जायसवाल ने ग्रेच्युटी का चेक जारी करने के बदले में दोनों से 30-30 हजार की रिश्वत मांगी थी। अंतत: 15-15 हजार में बात तय हुई थी।
यह है मामला : दोनों शिकायतकर्ता एक पीएसयू से सेवानिवृत्त हुए हैं आैर सेवानिवृत्ति के समय, दोनों शिकायतकर्ता सरकार द्वारा आवंटित घर खाली नहीं कर सके थे। पीएसयू ने इनके ग्रेच्युटी मामले को श्रम आयुक्त (केंद्रीय) कार्यालय नागपुर को भेज दिया और उनकी ग्रेच्युटी की राशि उक्त कार्यालय में जमा कर दी थी। दोनों शिकायतकर्ताओं ने इसकी शिकायत सीबीआई नागपुर से कर दी। सीबीआई ने विनय कुमार जायस्वाल को दोनों से 15-15 हजार (30 हजार) की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
तलाशी में कुछ दस्तावेज मिलने की खबर
सीबीआई ने आरोपी लोक सेवक के कार्यालय और मकान की तलाशी ली। जांच के दौरान कुछ दस्तावेज मिलने की खबर है। सीबीआई के डीआईजी एम. एस. खान के मार्गदर्शन में मामले की जांच की जा रही है। यदि जनता को केन्द्रीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार के बारे में कोई शिकायत है। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के विभाग और पीएसयू, बैंक, बीमा कंपनियां तो सीबीआई नागपुर से शिकायत कर सकते है। व्यक्तिगत रूप से या फोन नं. 0712-2510382, 9423683211 पर शिकायत करने की अपील की गई है।
सीबीआई आफिस के नीचे है श्रम आयुक्तालय
सीबीआई ने मंगलवार को जिस घूसखोर अधिकारी को गिरफ्तार किया, उसका कार्यालय सीजीआे काम्प्लेक्स ब्लॉक सी में सीबीआई ऑफिस के ठीक नीचे है। इसके पूर्व भी सीबीआई इसी कार्यालय के एक सहायक श्रम आयुक्त को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर चुकी है।